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Adjectives in Hindi |
विशेषण किसे कहते हैं? परिभाषा, प्रकार और उदाहरण। Visheshan Kise Kahate Hain:
Adjectives in Hindi
विशेषण किसे कहते हैं?
- वह शब्द जो संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता का बोध कराते हैं और संज्ञा के साथ जुड़कर संज्ञा की विशेषता बताने का कार्य करते हैं, उन शब्दों को विशेषण कहा जाता है।
अर्थात् जो शब्द संज्ञा की विशेषता बताता है, उसे 'विशेषण' कहते हैं।
- विशेषण शब्द जिसकी विशेषता बताता है, उनको विशेष्य कहा जाता है।
उदाहरण: गोरा, काला, लम्बा, छोटा, कायर, निडर, बड़ा, पतला, हल्का, भरी, वीर, बुरा, खट्टा, मीठा, कंजूस आदि।
1. सोनू बहुत संस्कारी लड़की है।
- यहां पर सोनू एक नाम है जो कि संज्ञा है और संस्कारी शब्द सोनू की विशेषता बता रहा है इसलिए संस्कारी शब्द विशेषण शब्द है।
2. सुरेश का रंग बहुत गोरा है।
- यहां पर सुरेश एक नाम है जो कि संज्ञा है और गोरा शब्द सुरेश की विशेषता बताने का कार्य कार्य कर रहा है, इसलिए गोरा शब्द विशेषण शब्द होगा।
3. अनिल बहुत अच्छा लड़का है।
- यहां पर अनिल एक नाम है जो कि संज्ञा है और अच्छा शब्द अनिल की विशेषता बताने का कार्य कार्य कर रहा है, इसलिए अच्छा शब्द विशेषण शब्द होगा।
4. पानी गंधहीन होता है।
5. कौए का रंग काला होता है।
6. पूर्व दिशा में सूर्योदय होता है।
7. खरगोश का शरीर मुलायम होता है।
Read More : सर्वनाम किसे कहते हैं? परिभाषा, प्रकार और उदाहरण।
विशेषण के प्रकार
विशेषण के मुख्य रूप से 8 भेद होते हैं।
1. गुणवाचक विशेषण
2. संख्यावाचक विशेषण
3. परिमाणवाचक विशेषण
4. सार्वनामिक विशेषण
5. प्रश्नवाचक विशेषण
6. संबंधवाचक विशेषण
7. व्यक्तिवाचक विशेषण
8. तुलना बोधक विशेषण
1. गुणवाचक विशेषण
- वह शब्द जिनसे किसी संज्ञा या सर्वनाम के गुण, गंध, आकार-प्रकार, दोष, रंग-रूप आदि का बोध होता हो, उन शब्दों को गुणवाचक विशेषण कहा जाता है।
गुणवाचक विशेषण के कुछ उदाहरण
- रंगबोधक: पीला, लाल, केसरिया, सफेद, हरा, बैंगनी, चमकीला, गुलाबी इत्यादि।
- कालबोधक: नया, पुराना, मोसमी, वार्षिक, मासिक, दोपहर, प्राचीन इत्यादि।
- स्वादबोधक: कड़वा, मीठा, तीखा, चरका, खट्टा, नमकीन इत्यादि।
- गुणबोधक: ईमानदार, बेईमान, सरल, कठोर, विनम्र, बुद्धिमान, बलवान, कायर इत्यादि।
- अवस्थाबोधक: छोटा, मोटा, पतला, लंबा, बौना, सुखा, गिला, पालतू, गरीब, रोगी इत्यादि।
- दोषबोधक: कंजूस, लालची, झूठा, बेईमान, चोर, घमंडी इत्यादि।
- आकारबोधक: गोल, चोरस, समान, बड़ा, चपटा, मोटा, ऊचा, पोला इत्यादि।
- स्थानबोधक: बाहरी, भीतरी, पंजाबी, अमेरिकी, भारतीय, विदेशी दांया, बांया इत्यादि।
- दिशाबोधक: उतरी, दक्षिणी, पूर्वी, पश्चिमी, निचला, उपरी, इत्यादि।
- भावबोधक: अच्छा, बुरा, डरपोक, वीर, ताकतवर, कायर इत्यादि।
- स्पर्शबोधक: मुलायम, कठोर, कड़क, कोमल, गर्म, ठंडा इत्यादि।
1. मोहन एक ईमानदार लड़का है।
2. भोजन में बदबू आ रही है।
- ऊपर दिए गये वाक्यों में ईमानदार और बदबू शब्दों का प्रयोग गुण का ज्ञान करवाने के लिए किया गया है, इसलिए यह गुणवाचक विशेषण के उदाहरण है।
3. वरदराज चतुर बालक था।
4. मिर्च का स्वाद तीखा होता है।
5. शहरों में पंजाबी खाना मिलता है।
2. संख्यावाचक विशेषण
- ऐसे शब्द जो विशेषण के रूप में किसी भी संज्ञा और सर्वनाम का बोध करवाते हैं, उन शब्दों को संख्यावाचक विशेषण के अंतर्गत रखा गया है।
- जिस विशेषण से संज्ञा या सर्वनाम की संख्या का बोध होता है, उसे संख्यावाचक विशेषण कहते हैं।
- उदाहरण: चार, पांच, दौ गुना, पांच गुना आदि।
जैसे-
1. दो कुत्ते झगड़ रहे हैं।
2. चार लड़कियां झगड़ रही है।
- इस वाक्य में दो और चार शब्द का प्रयोग किया गया है, जिनसे संख्या का ज्ञान करवाया गया है। इसलिए इस उदाहरण को संख्यावाचक विशेषण के तहत रखा गया है।
3. कक्षा में चालीस विद्यार्थी उपस्थित हैं।
4. दोनों भाइयों में बड़ा प्रेम हैं।
5. उनकी दूसरी लड़की की शादी है।
6. देश का हरेक बालक वीर है।
- संख्यावाचक विशेषण के भी दो भेद हैं।
[1] निश्र्चित संख्यावाचक विशेषण
[2] अनिश्र्चित संख्यावाचक विशेषण
1.निश्र्चित संख्यावाचक विशेषण
जिस शब्द से वस्तु की निश्र्चित संख्या का बोध होता हो, उसे 'निश्र्चित संख्यावाचक विशेषण' कहते हैं।
जैसे- एक, पाँच, सात, बारह, तीसरा, आदि।
1. प्रयाग तीन नदियों का संगम स्थान है।
2. आज केवल आधा लीटर दूध चाहिए।
3. सचिन वन-डे में दुहरा शतक लगा चुके हैं।
- निश्चित संख्यावाचक विशेषण के कुछ अन्य भेद हैं :
(1) पूर्णांक बोधक
जैसे : एक, तीन, नौ हजार आदि।
1. एक लड़का स्कूल जा रहा है।
2. पच्चीस रुपये दीजिए।
3. कल मेरे यहाँ दो मित्र आएँगे।
4. चार आम लाओ।
(2) अपूर्णांक बोधक
जैसे : आधा, पाव, पौना, डेढ़, ढ़ाई आदि।
1. मेरी जेब मे ढाई रुपये हैं।
2. पापा ने मुझे सवा सौ रुपये दिये।
3. दूधिया ने मुझे डेढ़ ग्राम दूध कम दिया।
(3) क्रम वाचक
जैसे : पहला, दूसरा, तीसरा, चोथा आदि।
1. पहला लड़का यहाँ आए।
2. दूसरा लड़का वहाँ बैठे।
3. राम कक्षा में प्रथम रहा।
4. श्याम द्वितीय श्रेणी में पास हुआ है।
(4) आवृत्ति वाचक
जैसे : दुगुना, चौगुना, इकहरा, दुहरा आदि।
1. मोहन तुमसे चौगुना काम करता है।
2. गोपाल तुमसे दुगुना मोटा है।
(5) समूह वाचक
जैसे : दोनों, तीनों, चारों आदि।
2. अनिश्र्चित संख्यावाचक विशेषण
जिस शब्द से वस्तु की निश्र्चित संख्या का बोध न होता हो, उसे 'अनिश्र्चित संख्यावाचक विशेषण' कहते हैं।
जैसे- कई, अनेक, सब, बहुत आदि।
1. कई लोग नर्मदा की परिक्रमा करते हैं।
2. कुछ लडकों ने पर्यावरण बचाने का बीड़ा उठाया है।
3. ज्यादा लोग बैठने से नाव उलट गई।
4. सारे आम सड़ गए।
5. पुस्तकालय में असंख्य पुस्तकें हैं।
6. लंका में अनेक महल जल गए।
7. सुनामी में बहुत सारे लोग मारे गए।
Read more : संज्ञा किसे कहते हैं? संज्ञा के प्रकार, परिभाषा और उदाहरण।
3. परिमाणवाचक विशेषण
- जिन शब्दों के माध्यम से किसी भी वस्तु का नाप तोल या मात्रा का बोध निश्चित किया और निश्चित रूप से कराया जाए, उन्हें परिणाम वाचक विशेषण की श्रेणी में रखा गया है।
1. मुझे दो फल दीजिए।
2. बाल्टी भर कर पानी ले आओ।
ऊपर दिए गये वाक्यों में दो फल और बाल्टी भरकर शब्दों से मात्रा का बोध हो रहा है, इसलिए यह शब्द परिणाम वाचक विशेषण के तहत आते है।
4. सार्वनामिक विशेषण
- ऐसे सर्वनाम शब्द जो संज्ञा से पहले प्रयोग होकर उस संज्ञा शब्द की विशेषता बतलाते है। उन शब्दों को सार्वनामिक विशेषण कहते हैं।
- इस प्रकार के शब्द जो कि सर्वनाम के लिए विशेषण के रूप में काम करते हैं।
- उदाहरण: मेरी गाड़ी, मेरी कार, मेरा घर, वह बाइक, वह आदमी, वह लड़की, वह व्यक्ति, वह जानवर, किसी का घर इत्यादि।
1. उस गाड़ी को वहां छोड़ दो।
2. मेरा आदमी घर पहुंच गया है।
- इस वाक्य में उस और मेरा शब्द का प्रयोग सर्वनाम से पहले संज्ञा के रूप में किया गया है। इसलिए इस शब्द को सार्वनामिक विशेषण के अंतर्गत रखा गया है। क्योंकि यह शब्द संज्ञा से पहले प्रयुक्त होकर विशेषण की तरह ही विशेषता बता रहा है।
5. प्रश्नवाचक विशेषण
- ऐसे शब्द जिनसे संज्ञा और सर्वनाम की पहचान की जाती है, उन्हें प्रश्नवाचक विशेषण कहा जाता है। जैसे: कौन, क्या आदि।
- इस प्रकार के विशेषण शब्दों का प्रयोग करने से संज्ञा एवं सर्वनाम के बारे में जानकारी प्राप्त होती है। उदाहरण के तौर पर वह कौन है, रमेश क्या कर रहा है इत्यादि।
1. यह परमाणु बम क्या होता है?
इस वाक्य में क्या शब्द का प्रयोग करके संख्या के बारे में अधिक जानकारी लेने का प्रयास किया जा रहा है। इसलिए इस उदाहरण को प्रश्न वाचक विशेषण के अंतर्गत रखा जाएगा।
2. मैं ऑफिस गया फिर कौन आया था?
- ऊपर दिए गए इस वाक्य में स्पष्ट दिखाई दे रहा होगा कि कौन शब्द का प्रयोग किया जा रहा है। इस शब्द का प्रयोग करके संज्ञा की जानकारी लेने का प्रयास हो रहा है। इसलिए इस वाक्य को प्रश्न वाचक विशेषण के अंतर्गत रखा जाएगा।
6. संबंधवाचक विशेषण
- ऐसे विशेषण शब्द जिनके उपयोग किसी भी वस्तु या व्यक्ति एक दूसरे के संबंध को बताने के लिए किया जाता है, या ऐसे विशेषण शब्द जिनका प्रयोग किसी दो के बीच में संबंध बताने के लिए किया जाता है। उन शब्दों को संबंधवाचक विशेषण कहते हैं।
1. पेट के अंदरूनी हिस्से में चोट लगी है।
2. घर के अंदरूनी हिस्से में एक व्यक्ति खड़ा है।
ऊपर दिए गए इस वाक्यों में अंदरूनी शब्द का प्रयोग किया गया है। जो कि पेट और चोट व घर और आदमी के बीच संबंध बता रहा है, इसलिए इस वाक्य को संबंध वाचक विशेषण का उदाहरण माना जाता है।
7. व्यक्तिवाचक विशेषण
- वह शब्द जो व्यक्तिवाचक संज्ञा के द्वारा बनते है और विशेषण शब्दों का निर्माण करते हैं, उन्हें व्यक्तिवाचक विशेषण कहा जाता है।
1. मुझे गुजराती खाना अधिक पसंद है।
- ऊपर उदाहरण में गुजराती शब्द का प्रयोग किया गया है। यह गुजराती शब्द असल में व्यक्तिवाचक संज्ञा गुजरात से बना शब्द है और विशेषण की रचना करता है। इसलिए गुजराती शब्द को व्यक्तिवाचक विशेषण के अंतर्गत रखा गया है और इस गुजराती शब्द का प्रयोग खाने की विशेषता की विशेषता बताने लिए किया गया है।
2. मुझे इलाहाबादी चटनी बहुत पसंद है।
- इस वाक्य में इलाहाबादी शब्द का प्रयोग किया गया है जो कि व्यक्तिवाचक संज्ञा इलाहाबाद से बना हुआ है। इस शब्द के जरिए इलाहाबाद की चटनी की विशेषता बताई जा रही है। इसलिए इस शब्द को व्यक्तिवाचक विशेषण के अंतर्गत रखा गया है।
8. तुलना बोधक विशेषण
- ऐसे शब्द जिनके माध्यम से दो वस्तुओं के बीच में तुलना बताई जाती है और इन शब्दों के माध्यम से दो वस्तुओं के बीच गुण एवं दोष इत्यादि की तुलना होती है। साथ ही साथ दोनों वस्तुओं के बीच संज्ञा व सर्वनाम की विशेषता बताने वाले शब्द तुलना बोधक विशेषण कहलाते हैं।
जैसे:
1. पूजा नैना से खूबसूरत है।
- यहां पर दोनों महिलाओं की परस्पर तुलना की गई है।
हम उम्मीद करते हैं कि आप अब “विशेषण की परिभाषा एवं उदाहरण (Visheshan Kise Kahate Hain)” को अच्छी तरह से समझ गये होंगे। यदि आपको इससे जुड़ा कोई सवाल है तो कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। इस जानकारी को आगे शेयर जरूर करें।
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