भारत के राष्ट्रपति (1950–2025) — नाम, कार्यकाल, परिचय और विशेषताएँ | Presidents of India (1950–2025)
भारत के राष्ट्रपति (1950–2025) — परिचय व विशेषताएँ
Dr. Rajendra Prasad to Droupadi Murmu — Detailed bilingual profiles (हिंदी + English summary).
1. डॉ. राजेन्द्र प्रसाद (1950–1962)
कार्यकाल: 26 जनवरी 1950 — 13 मई 1962 | Term: 26 Jan 1950 — 13 May 1962
डॉ. राजेन्द्र प्रसाद (3 दिसंबर 1884 — 28 फ़रवरी 1963) स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नेताओं में से थे और संविधान सभा के सक्रिय सदस्य तथा अध्यक्ष रहे। वकालत और शिक्षा की पृष्ठभूमि से आने वाले प्रसाद जी ने गांधीवादी विचारों के साथ मिलकर ग्रामोदय और सामाजिक सुधार को बढ़ावा दिया। प्रथम राष्ट्रपति के रूप में उन्होंने पद की गरिमा, सादगी और नैतिकता का आदर्श स्थापित किया — वे भव्यता से परहेज़ करते और जनता के निकट बने रहते थे। उनके नेतृत्व में संवैधानिक संस्थाओं को मज़बूती मिली और लोकतांत्रिक परंपराएँ सुरक्षित हुईं। राजेन्द्र प्रसाद का सार्वजनिक जीवन सेवा, सरलता और समरसता का प्रतीक रहा।
English summary: Dr. Rajendra Prasad was India’s first President and a key leader in the freedom movement. As Chairman of the Constituent Assembly, he contributed significantly to the making of the Constitution and set a tone of dignity and simplicity for the office.
विशेषता / Highlight: देश के पहले राष्ट्रपति; दो बार निर्वाचित; संवैधानिक गरिमा के प्रतीक।
2. डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन (1962–1967)
कार्यकाल: 13 मई 1962 — 13 मई 1967 | Term: 13 May 1962 — 13 May 1967
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन (5 सितंबर 1888 — 17 अप्रैल 1975) एक विख्यात दार्शनिक, शिक्षक और शैक्षिक सुधारक थे। उन्होंने भारतीय दर्शन को अंतरराष्ट्रीय मंच पर पेश किया और शिक्षा को राष्ट्र निर्माण का प्राथमिक आधार माना। वे उपराष्ट्रपति से राष्ट्रपति बने और शैक्षिक नेतृत्व तथा नैतिक मूल्यों को बढ़ावा दिया। उनके जन्मदिन (5 सितंबर) को भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है — यह उनके शिक्षक-प्रेम और शैक्षिक योगदान का राष्ट्रीय मान्यता चिन्ह है।
English summary: Dr. Sarvepalli Radhakrishnan was a distinguished philosopher and educationist. His leadership emphasized culture, ethics and education; his birthday is celebrated as Teacher’s Day in India.
विशेषता / Highlight: महान शिक्षक/दार्शनिक; शिक्षा-प्रधान नेतृत्व और Teacher’s Day प्रेरक।
3. डॉ. ज़ाकिर हुसैन (1967–1969)
कार्यकाल: 13 मई 1967 — 3 मई 1969 | Term: 13 May 1967 — 3 May 1969
डॉ. जाकिर हुसैन (8 फ़रवरी 1897 — 3 मई 1969) एक प्रमुख शिक्षाविद् और संस्थापक-प्रवर्तक थे। उन्होंने अलीगढ़ और जामिया जैसी शैक्षणिक संस्थाओं के विकास में अहम भूमिका निभाई और शिक्षा-प्रधान नीतियों का समर्थन किया। 1967 में वे भारत के पहले मुस्लिम राष्ट्रपति बने। उनका व्यक्तित्व विनम्र, ज्ञानाभिमुख और शैक्षिक समरसता का प्रतीक था। दुर्भाग्यवश, वे अपने कार्यकाल के दौरान ही निधन कर गए।
English summary: Dr. Zakir Husain was a renowned educationist who championed modern education and cultural harmony. He became India’s first Muslim President and emphasized educational reforms.
विशेषता / Highlight: पहले मुस्लिम राष्ट्रपति; शिक्षा-संस्थाओं के प्रबल समर्थक।
4. वी. वी. गिरी (1969–1974)
कार्यकाल: 3 मई 1969 — 20 जुलाई 1974 | Term: 3 May 1969 — 20 July 1974
वराहगिरी वेंकट गिरि (10 अगस्त 1894 — 24 जून 1980) श्रमिक नेता, स्वतंत्रता सेनानी और जननायक रहे। श्रमिकों के अधिकार और सामाजिक न्याय उनके प्रमुख मुद्दे रहे। वे पहले कार्यवाहक राष्ट्रपति बने और बाद में स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में निर्वाचित होकर पूर्णकालिक राष्ट्रपति बने। गिरी जी का फोकस सामाजिक समानता और श्रमिक-हित था, और वे जन-स्वीकृति वाले नेता के रूप में जाने गए।
English summary: V. V. Giri was a trade-union leader and advocate for workers’ rights who later became President as an independent candidate, stressing social justice and inclusion.
विशेषता / Highlight: स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में निर्वाचित; श्रमिक अधिकारों के प्रबल समर्थक।
5. फ़ख़रुद्दीन अली अहमद (1974–1977)
कार्यकाल: 24 अगस्त 1974 — 11 फ़रवरी 1977 | Term: 24 Aug 1974 — 11 Feb 1977
फ़ख़रुद्दीन अली अहमद (13 मई 1905 — 11 फ़रवरी 1977) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे। उनका कार्यकाल भारत के संवैधानिक इतिहास की विवादास्पद अवधि—आपातकाल (1975–77)—से जुड़ा हुआ है। इस समय संवैधानिक दायित्वों, प्रशासनिक निर्णयों और नागरिक-अधिकारों पर तीव्र बहसें हुईं। अहमद जी ने पद की मर्यादा और सार्वजनिक सेवा के प्रति निष्ठा दिखाई। उनका व्यक्तित्व शांत और मर्यादित था।
English summary: Fakhruddin Ali Ahmed was President during a turbulent political period (the Emergency). He sought to maintain constitutional dignity amid challenging times.
विशेषता / Highlight: संवैधानिक चुनौतियों के समय पद की गरिमा बनाए रखने का प्रयत्न।
6. नीलम संजीव रेड्डी (1977–1982)
कार्यकाल: 25 जुलाई 1977 — 25 जुलाई 1982 | Term: 25 July 1977 — 25 July 1982
नीलम संजीव रेड्डी (19 मई 1913 — 1 जून 1996) आंध्र प्रदेश के अनुभवी राजनेता और लोकसभा अध्यक्ष रहे। इमरजेंसी के बाद वे जनता दल के समर्थन से निर्विरोध राष्ट्रपति चुने गए — यह राजनीति में एक दुर्लभ घटना थी। रेड्डी जी का स्वभाव संयमी और संवैधानिक मर्यादा का सम्मान करने वाला था; उन्होंने लोकतांत्रिक संस्थाओं के बीच संतुलन बनाए रखने का प्रयत्न किया।
English summary: Neelam Sanjiva Reddy was elected unopposed after the Emergency; known for his calm demeanour and respect for constitutional traditions.
विशेषता / Highlight: निर्विरोध चुने गए राष्ट्रपति; लोकतांत्रिक मर्यादा के प्रतीक।
7. ज्ञानी जैल सिंह (1982–1987)
कार्यकाल: 25 जुलाई 1982 — 25 जुलाई 1987 | Term: 25 July 1982 — 25 July 1987
ज्ञानी जैल सिंह (5 मई 1916 — 25 दिसंबर 1994) पंजाब के प्रभावशाली नेता और पूर्व मुख्यमंत्री थे। उनके कार्यकाल के दौरान 1984 जैसी संवेदनशील घटनाएँ हुईं, जिनसे राष्ट्रीय एकता और संवैधानिक दायित्वों की परीक्षा हुई। जैल सिंह जी ने कठिन समय में संवैधानिक मर्यादा बनाए रखने का प्रयास किया और सामूहिक सहमति के महत्व को रेखांकित किया।
English summary: Giani Zail Singh was a seasoned leader whose presidency coincided with turbulent times; he worked to uphold constitutional duties amid crises.
विशेषता / Highlight: कठिन परिस्थितियों में संवैधानिक संतुलन बनाए रखने का प्रयास।
8. आर. वेंकटरमण (1987–1992)
कार्यकाल: 25 जुलाई 1987 — 25 जुलाई 1992 | Term: 25 July 1987 — 25 July 1992
आर. वेंकटरमण (4 दिसंबर 1910 — 27 जनवरी 2009) एक अनुभवी वकील, स्वतंत्रता सेनानी और केंद्रीय मंत्री रहे जिन्होंने रक्षा, उद्योग तथा वित्त जैसे विभागों में नेतृत्व किया। राष्ट्रपति के रूप में उनका फोकस प्रशासनिक स्थिरता, संवैधानिक मर्यादा और राष्ट्रीय हितों के आधार पर संतुलित निर्णय लेना रहा। उनकी कार्यशैली व्यावहारिक, अनुशासित और भरोसेमंद थी।
English summary: R. Venkataraman brought administrative steadiness to the presidency, having served in multiple key ministries and as a freedom fighter earlier in life.
विशेषता / Highlight: प्रशासनिक अनुभव और संवैधानिक अनुशासन के लिये प्रसिद्ध।
9. डॉ. शंकर दयाल शर्मा (1992–1997)
कार्यकाल: 25 जुलाई 1992 — 25 जुलाई 1997 | Term: 25 July 1992 — 25 July 1997
डॉ. शंकर दयाल शर्मा (19 अगस्त 1918 — 26 दिसंबर 1999) विद्वान् और संवैधानिक विशेषज्ञ थे। लंबे सार्वजनिक जीवन में उन्होंने राज्यपाल एवं उपराष्ट्रपति जैसे पदों पर संवैधानिक मर्यादा और संस्थागत स्वतंत्रता को बनाए रखना प्राथमिकता समझा। राष्ट्रपति के रूप में उनका दृष्टिकोण शांत, विचारशील और परिष्कृत प्रशासनिक शैली का रहा।
English summary: Dr. Shankar Dayal Sharma was known for his legal erudition and calm disposition, defending constitutional propriety across high offices including governor and vice-president.
विशेषता / Highlight: शालीनता व संवैधानिक मर्यादा के प्रतीक।
10. के. आर. नारायणन (1997–2002)
कार्यकाल: 25 जुलाई 1997 — 25 जुलाई 2002 | Term: 25 July 1997 — 25 July 2002
के. आर. नारायणन (27 अक्टूबर 1920 — 9 नवंबर 2005) भारत के पहले दलित राष्ट्रपति थे; एक कुशल राजनयिक और विद्वान के रूप में उन्होंने सामाजिक न्याय और संवैधानिक अधिकारों के पक्ष में आवाज उठाई। उनका राष्ट्रपति कार्यकाल सामाजिक समावेशन और मानवाधिकारों की रक्षा पर केन्द्रित रहा। नारायणन जी ने संवैधानिक मर्यादा के साथ-साथ सशक्त नैतिक बयानबाजी के माध्यम से कई सामाजिक मुद्दों पर चर्चा को गति दी।
English summary: K. R. Narayanan was the first Dalit President, a diplomat and scholar who emphasized social justice and constitutional rights during his tenure.
विशेषता / Highlight: पहले दलित राष्ट्रपति; सामाजिक न्याय और संवैधानिक अधिकारों के समर्थक।
11. डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम (2002–2007)
कार्यकाल: 25 जुलाई 2002 — 25 जुलाई 2007 | Term: 25 July 2002 — 25 July 2007
डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम (15 अक्टूबर 1931 — 27 जुलाई 2015) देश के प्रमुख वैज्ञानिक और 'मिसाइल मैन' रहे। उन्होंने रक्षा अनुसंधान और अंतरिक्ष कार्यक्रमों में अहम योगदान किया और युवाओं के प्रेरक बने। राष्ट्रपति के रूप में वे 'जनता के राष्ट्रपति' कहलाये और शिक्षा, नवाचार व विज्ञान-आधारित विकास को बढ़ावा दिया।
English summary: Dr. A. P. J. Abdul Kalam was a celebrated scientist and inspirational President who championed education, technology and youth empowerment.
विशेषता / Highlight: वैज्ञानिक पृष्ठभूमि; युवाओं के प्रेरक और जन-केंद्रित नेतृत्व।
12. प्रतिभा पाटिल (2007–2012)
कार्यकाल: 25 जुलाई 2007 — 25 जुलाई 2012 | Term: 25 July 2007 — 25 July 2012
प्रतिभा पाटिल (19 दिसंबर 1934) भारत की पहली महिला राष्ट्रपति रहीं। उनका राजनीतिक करियर राज्य और राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर विस्तृत रहा। उन्होंने महिला सशक्तिकरण, शिक्षा और सामाजिक कल्याण पर ध्यान केंद्रित किया। राष्ट्रपति पद पर उनकी उपस्थिति ने महिलाओं के राजनीतिक प्रतिनिधित्व को बढ़ावा दिया और लोकतांत्रिक समावेशन को लाभ पहुंचाया।
English summary: Pratibha Patil was India’s first woman President, focusing on women’s empowerment, education and rural welfare during her tenure.
विशेषता / Highlight: पहली महिला राष्ट्रपति; महिला सशक्तिकरण का प्रतीक।
13. प्रणब मुखर्जी (2012–2017)
कार्यकाल: 25 जुलाई 2012 — 25 जुलाई 2017 | Term: 25 July 2012 — 25 July 2017
प्रणब मुखर्जी (11 दिसंबर 1935 — 31 अगस्त 2020) भारतीय राजनीति के एक अनुभवी और प्रभावशाली नेता थे। उन्होंने वित्त, रक्षा, विदेश तथा कई अन्य मंत्रालयों में दशकों तक कार्य किया। राष्ट्रपति के रूप में उनका दृष्टिकोण संवादशील, संतुलित और संवैधानिक मर्यादा पर आधारित रहा। मुखर्जी जी का प्रशासनिक व नीति-निर्माण में योगदान उल्लेखनीय रहा।
English summary: Pranab Mukherjee was a veteran statesman with deep experience in finance and foreign policy, guiding the presidency with balance and constitutional propriety.
विशेषता / Highlight: व्यापक राजनीतिक अनुभव; नीति-निर्माण और प्रशासन में योगदान।
14. रामनाथ कोविंद (2017–2022)
कार्यकाल: 25 जुलाई 2017 — 25 जुलाई 2022 | Term: 25 July 2017 — 25 July 2022
रामनाथ कोविंद (1 अक्टूबर 1945) वकील और राजनेता हैं जिन्होंने दलित समाज के उत्थान तथा सामाजिक समावेशन पर विशेष ध्यान दिया। राष्ट्रपति के रूप में उनका फोकस ग्रामीण विकास, शिक्षा और समावेशी नीतियों पर रहा। कोविंद जी का व्यक्तित्व शांत, विनम्र और संवैधानिक मर्यादा के प्रति समर्पित रहा।
English summary: Ram Nath Kovind emphasized social inclusion and rural development; known for his humble demeanour and commitment to constitutional propriety.
विशेषता / Highlight: सामाजिक प्रतिनिधित्व और समावेशन पर जोर; सादगी व मर्यादित नेतृत्व।
15. द्रौपदी मुर्मू (2022–वर्तमान)
कार्यकाल: 25 जुलाई 2022 — वर्तमान | Term: 25 July 2022 — Present
द्रौपदी मुर्मू (20 जून 1958) भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनीं — यह प्रतिनिधित्व और समावेशन के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धि है। झारखंड की राज्यपाल तथा स्थानीय प्रशासनिक भूमिकाओं के अनुभव ने उन्हें जन-कल्याण, शिक्षा और आदिवासी अधिकारों के समर्थन में मजबूत बनाया। राष्ट्रपति के रूप में उनका फोकस समावेशन, ग्रामीण सशक्तिकरण और जनता-केंद्रित नीतियों पर बना हुआ है।
English summary: Droupadi Murmu, the first tribal woman President of India, symbolizes inclusion and grassroots empowerment, focusing on tribal welfare and rural development.
विशेषता / Highlight: पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति; समावेशन और जन-केंद्रित नेतृत्व का प्रतीक।
भारत के राष्ट्रपति GK प्रश्नोत्तर
भारत के राष्ट्रपति GK प्रश्नोत्तर
1950–2025 के राष्ट्रपतियों पर आधारित 20 महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर — अपने ज्ञान को बढ़ाए।
1. प्रश्न: भारत के पहले राष्ट्रपति कौन थे?
उत्तर: डॉ. राजेन्द्र प्रसाद।
2. प्रश्न: सर्वपल्ली राधाकृष्णन को भारत में किस विशेष दिन के लिए याद किया जाता है?
उत्तर: उनके जन्मदिन (5 सितंबर) को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।
3. प्रश्न: भारत के पहले मुस्लिम राष्ट्रपति कौन थे?
उत्तर: डॉ. ज़ाकिर हुसैन।
4. प्रश्न: किस राष्ट्रपति का कार्यकाल के दौरान निधन हुआ?
उत्तर: डॉ. ज़ाकिर हुसैन (1969) और फ़ख़रुद्दीन अली अहमद (1977)।
5. प्रश्न: वी. वी. गिरी की प्रमुख पहचान क्या थी?
उत्तर: वे प्रख्यात श्रमिक नेता थे और स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में राष्ट्रपति बने।
6. प्रश्न: किस राष्ट्रपति का कार्यकाल आपातकाल (1975–77) से जुड़ा था?
उत्तर: फ़ख़रुद्दीन अली अहमद।
7. प्रश्न: कौन से राष्ट्रपति निर्विरोध चुने गए थे?
उत्तर: नीलम संजीव रेड्डी।
8. प्रश्न: 1984 की संवेदनशील घटनाओं के समय राष्ट्रपति कौन थे?
उत्तर: ज्ञानी जैल सिंह।
9. प्रश्न: आर. वेंकटरमण राष्ट्रपति बनने से पहले किस पद पर रहे थे?
उत्तर: वे वकील, स्वतंत्रता सेनानी और केंद्रीय मंत्री रहे।
10. प्रश्न: किस राष्ट्रपति को संवैधानिक मर्यादा और शालीनता का प्रतीक माना जाता है?
उत्तर: डॉ. शंकर दयाल शर्मा।
11. प्रश्न: भारत के पहले दलित राष्ट्रपति कौन थे?
उत्तर: के. आर. नारायणन।
12. प्रश्न: “मिसाइल मैन” कहे जाने वाले राष्ट्रपति कौन थे?
उत्तर: डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम।
13. प्रश्न: भारत की पहली महिला राष्ट्रपति कौन थीं?
उत्तर: प्रतिभा पाटिल।
14. प्रश्न: प्रणब मुखर्जी की प्रमुख विशेषता क्या थी?
उत्तर: वे अनुभवी राजनेता थे जिनका वित्त, रक्षा और विदेश नीति में गहरा अनुभव था।
15. प्रश्न: रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति बनने से पहले किन विषयों पर ध्यान देते थे?
उत्तर: सामाजिक न्याय, शिक्षा और ग्रामीण विकास।
16. प्रश्न: द्रौपदी मुर्मू का राष्ट्रपति पद पर चुना जाना क्यों ऐतिहासिक है?
उत्तर: वे भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति हैं।
17. प्रश्न: किस राष्ट्रपति ने संविधान सभा में सक्रिय भूमिका निभाई थी?
उत्तर: डॉ. राजेन्द्र प्रसाद।
18. प्रश्न: कौन-से राष्ट्रपति शिक्षा और शिक्षकों के समर्थन के लिए प्रसिद्ध हैं?
उत्तर: डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन और डॉ. ज़ाकिर हुसैन।
19. प्रश्न: किस राष्ट्रपति को “जनता का राष्ट्रपति” कहा गया?
उत्तर: डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम।
20. प्रश्न: वर्तमान (2025) में भारत की राष्ट्रपति कौन हैं?
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